
देहरादून। उत्तराखंडके मुख्यमंत्री रमेश पोखरियालनिशंकने मंगलवार को कहा कि हिन्दुओं के सर्वोच्च तीर्थ भगवान विष्णु के धाम बद्रीनाथ मंदिर के आसपास अतिक्रमण को आपसी सहमति से हटाया जाएगा।
निशंकआज कारगीके पास बद्रीनाथ केदारनाथ समिति की ओर से बनने वाले यात्री विश्राम गृह का शिलान्यास करने के बाद उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने पर आम सहमति बनाने के लिए योजना आयोग के उपाध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यात्रियों सुविधा के लिए बद्रीनाथ मार्ग पर अब लगने वाले साइनबोर्ड पर हिन्दी, अंग्रेजी और संस्कृत में भी नाम लिखे जाएंगे। उत्तराखंडसरकार ने संस्कृत को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया हुआ है।निशंकने कहा कि मंदिर समिति द्वारा लोक संस्कृति संस्थान को स्थापित करने के लिए तुरंत प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुसूयाप्रसाद भट्ट ने बताया कि मंदिर में चढावेके रूप में आने वाले सोने चांदी के गहनों को सिक्कों के रूप में ढाल कर श्रद्धालुओं में प्रसाद के रूप में वितरित करने की योजना है।
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