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Tuesday, September 21, 2010

पाक में हिंदुओं के अधिकार हनन को लेकर चिंता जताई

वाशिंगटन। अमेरिका के एक हिंदू संगठन ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों खास कर हिंदुओं के अधिकार हनन को लेकर गंभीर चिंता जताई है।

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन [एचएएफ] ने पाकिस्तान में सिंधी हिंदुओं के अधिकारों के हनन को लेकर यह चिंता जताई है। एचएएफ के प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका स्थित पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों से मुलाकात कर चिंता व्यक्त की। पाकिस्तानी दूतावास अधिकारियों के साथ मुलाकात में एचएएफ प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के सिंध इलाके में चिकित्सा सहायता के लिए तत्काल डाक्टरों का एक दल वहां भेजने का प्रस्ताव रखा। एचएएफ के अरविंद चंद्रकांतन ने बताया कि पाकिस्तानी हिंदू सिंधी समुदाय को समुचित आहार, मनोविज्ञानी चिकित्सा और पुनर्वास की जरूरत है।

उन्होंने बताया कि हम लोगों को पूरा विश्वास है कि हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन का चिकित्सा दल वहां के समुदाय की जरूरत पूरी कर सकता है और चिकित्सा सुविधा मुहैया करा सकता है।

भेंट के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने दूतावास को एचएएफ के मानव अधिकारों पर अपनी रिपोर्ट 'हिंदूज इन साउथ एशिया एंड द डायस्पोरा : ए सर्वे आफ ह्यूमन राइट्स 2009' के नवीनतम संस्करण की प्रति भी भेंट की।

दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर देश है भारत

वाशिंगटन। दुनिया में भारत की बढ़ती ताकत को सलाम करते हुए अमेरिका की एक सरकारी रिपोर्ट ने हिंदुस्तान को दुनिया का तीसरा सबसे ताकतवर राष्ट्र घोषित किया है।

सबसे ताकतवर देशों की ताजा सूची में भारत का शुमार अमेरिका और चीन के बाद तीसरे सबसे शक्तिशाली देश के रूप में किया गया है। यह संभावना भी जाहिर की गई है कि उसका दबदबा वर्ष 2025 तक और बढ़ेगा।

नेशनल इंटेलीजेंस निदेशक कार्यालय की नेशनल इंटेलीजेंस काउंसिल तथा यूरोपीय संघ के इंस्टीट्यूट फार सिक्योरिटी स्टडीज [ईयूआईएसएस] ने 'ग्लोबल गवर्नेंस 2025' शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है। अंतरराष्ट्रीय फ्यूचर्स माडल के मुताबिक वर्ष 2025 तक अमेरिका, यूरोपीय संघ, जापान तथा रूस की ताकत घटेगी, जबकि चीन, भारत तथा ब्राजील और शक्तिशाली हो जाएंगे।

2013 में सूर्य मचा सकता है तबाही..

लंदन वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि वर्ष 2013 में सूर्य से एक ऐसी विशाल दमक पैदा होगी जिससे पृथ्वी पर तबाही मच सकती है। इस दमक के बाद घनघोर अंधेरा छा सकता है और भयंकर अव्यवस्था फैल सकती है।

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों को डर है कि सूर्य से इतनी विशाल मात्रा में ऊर्जा के निकलने से विद्युत ग्रिड व संचार व्यवस्था ठप्प हो सकती है, वायुयान भूमि पर गिर सकते हैं और इंटरनेट व्यवस्था पूरी तरह बंद हो सकती है। गौरतलब है कि इस तरह की घटना 100 सालों में सिर्फ एक बार ही होती है।

ब्रिटेन में इलेक्ट्रिक इंफ्रास्ट्रचर सिक्युरिटी काउंसिल की तरफ से आयोजित एक सम्मेलन के दौरान इस विषय पर चर्चा की गई। इस दौरान ब्रिटेन के रक्षा सचिव लायम फाक्स ने विशेषज्ञों को चेतावनी दी कि अगर वर्तमान युग में ऐसा विस्फोट होता है तो इससे अपूरणीय क्षति होगी। इसमें यह कहा गया कि 2013 तक सूर्य अपने चक्र की एक नाजुक स्थिति में पहुंच जाएगा। इसके वातावरण में चुंबकीय ऊर्जा की तरंगे विकिरण की आंधी को जन्म दे सकती हैं जिससे भारी मात्रा में ऊर्जा की लहरें उत्पन्न होंगी।

फाक्स ने वैज्ञानिकों से कहा कि वे इस आनेवाली तबाही को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाएं और इसके लिए रणनीतियां बनाएं।

Thursday, September 16, 2010

Benefits Of Single Women

Being single is the best part of my life!A well known line amongst many of the 21st century women.

When you are single there are many advantages that you can enjoy from. Many women of today are career oriented and they don't have the time to stay in a relationship. They prefer to remain single as they have no extra worries. Staying in a relationship for these women become a burden to their life.

So here are a few advantages of being a single woman-
1.You can go out and have a late night and there will be no one to question you when you get back home.

2.When you watch an emotional movie with your friends, you can sob and there will be no one to laugh at you.

3.You can have the remote all to yourself to watch your favourite serial. You don't have to worry about the channel being changed to a soccer game or cricket.

4.When you are a single woman, you can have all the time in the world to yourself. You can do the things that you love with your girl pals that boys would hate to do.

5.The best thing about being a single woman is that when you get up in the morning, you don't have to worry about how you look.

6.There is always time for friends when you are a single woman. Many women who are single say that their friends remain with them for longer time.

7.You don't have to go in for regular bikini waxes. You can do it when ever you want to and feel like.

8.When it comes to your career, women who are single have more opportunities. If you get a promotion at your work place to go to a different country, you will have no worries of whom you will leave behind.

For those of you single women, life can be so beneficial. Staying single always has more plus points than being in a relationship.

Sunday, September 5, 2010

अ‌र्द्धरात्रि में आए माखनचोर

श्रीमद्भगवद्गीताके माध्यम से जीवन का रहस्य बताने वाले जगद्गुरु श्रीकृष्ण के बारे में ज्योतिषियों की मान्यता है कि उनका जन्म द्वापर युग के अंतिम चरण में भाद्रपद मास के कृष्णपदकी अर्धरात्रिव्यापिनीअष्टमी में बुधवार को वृषभ राशि में चंद्रमा की स्थिति के अन्तर्गत रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि के समय वृष लग्न में हुआ था। इसीलिये प्रत्येक वर्ष श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी का व्रतोत्सवश्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। किन्तु अनेक वर्षों के अंतराल में वह दुर्लभ संयोग बनता है, जब श्रीकृष्ण की जन्मतिथि, जन्मनक्षत्र, जन्मदिन तथा जन्मकालका शास्त्रों में वर्णित सम्पूर्ण योग उपलब्ध होता है।

ज्योतिषियों का मानना है कि जगद्गुरु श्रीकृष्ण के जन्मकालीनवार, तिथि, नक्षत्र के संयोग से युक्त जन्माष्टमी श्रीकृष्ण-जयंती कहलाती है।

[आज है वह सुयोग] ज्योतिष के अनुसार, आज यानी बुधवार की अ‌र्द्धरात्रि में श्रीकृष्ण की जन्मतिथि-भाद्रपद कृष्ण अष्टमी का उनके जन्मदिन-बुधवार के साथ उनके जन्मनक्षत्र-रोहिणी की उपस्थिति में संयोग हो रहा है। भारतीय पंचांग में कोई भी वार सूर्योदय से सूर्योदय तक प्रभावी माना जाता है। इस सिद्धांत के अनुसार, आज सूर्योदय से प्रारंभ हुआ बुधवार सम्पूर्ण दिन-रात रहकर कल सूर्योदय होने तक चलेगा।

बुधवार की मध्यरात्रि में भाद्रपद कृष्णाष्टमी एवं रोहिणी नक्षत्र का संयोग होने से आज श्रीकृष्ण-जयंती के योग में सामान्य गृहस्थ व्रत रखकर श्रीकृष्ण-जन्मोत्सव मनाते हैं।

[श्रीकृष्ण-जयंती का माहात्म्य]

गौतमीतंत्रमें श्रीकृष्ण-जयंती के व्रत की महिमा बताई गई है- अ‌र्द्धरात्रि के समय यदि अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र के संयुक्त हो जाए, तो उस दिन किया गया जन्माष्टमी का व्रत करोडों यज्ञों का फल देता है। भाद्रपद कृष्णाष्टमी यदि रोहिणी नक्षत्र और बुधवार के साथ हो, तो वह श्रीकृष्ण-जयंती के नाम से विख्यात होती है। वायुपुराणमें लिखा है, जो व्यक्ति विधि-विधान से श्रीकृष्ण-जयंती के दिन व्रत और उत्सव करता है, उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

विष्णुधर्मोत्तरपुराण एवं विष्णुरहस्यनामक ग्रन्थ में भी श्रीकृष्ण-जयंती के व्रत की बडी प्रशंसा की गई है। धर्मसिन्धुएवं निर्णयसिन्धुमें श्रीकृष्ण-जयंती के दिन को जन्माष्टमी-व्रत के लिए सर्वश्रेष्ठ बताया गया है।

[वैष्णवों के पृथक नियम]

वैष्णव अपने संप्रदाय के नियमों के अनुसार श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं। जो वैष्णव जिस सम्प्रदाय के गुरु से दीक्षा लेता है, उसे उसी सम्प्रदाय के सिद्धांतों के अनुरूप व्रत-पर्व मनाना होता है। इस वर्ष निम्बार्कसम्प्रदाय, रामानुज सम्प्रदाय तथा पुष्टिमार्गीयवैष्णवों सहित कुछ अन्य संप्रदायों के वैष्णवजनकल गुरुवार 2सितम्बर को जन्माष्टमी मनाएंगे।